भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में यशस्वी जयसवाल की शतकिया बैटिंग को देखकर उनके पिता भूपेंद्र जायसवाल कावड़ यात्रा के लिए निकल गए हैं। उन्होंने कहा कि वह भगवान शंकर से मांगेगे कि उनका बेटा दोहरा शतक लगाए। यशस्वी का जन्म उत्तर प्रदेश के भदोही में हुआ था लेकिन वह मुंबई के लिए खेलते हैं। हालांकि, उनके माता-पिता भदोही में ही रहते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भूपेंद्र जायसवाल ने कहा, ‘हमें बहुत खुशी हुई। मैं चाहता हूं कि बेटा दोहरा शतक लगाए। भगवान शंकर से यही मांगूगा कि बेटा दोहरा शतक लगाए और उसकी मेहनत सफल हो जाए।’ हालांकि, भूपेंद्र की मन्नत पूरी नहीं हुई, क्योंकि यशस्वी जायसवाल 171 रन के स्कोर पर आउट हो गए। उन्हें अल्जारी जोसेफ ने विकेटकीपर जोशुआ डी सिल्वा के हाथों कैच कराया। उनके शतक की मदद से भारत ने मैच को पारी और 141 रन के अंतर से जीत लिया।
यशस्वी भले ही दोहरे शतक लगाने मे नाकामयाब हो गए हों और अपने पिता की wish पूरी नहीं कर पाए हों, लेकिन उन्होंने इस पारी में कई रिकॉर्ड अपने नाम कर बनाये। 387 गेंद खेलते हुए हुए यशस्वी ने 16 चौके और एक छक्का लगाया। वह डेब्यू टेस्ट में भारत के लिए तीसरी बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गए। इस मामले में शिखर धवन और रोहित शर्मा उनसे आगे हैं। धवन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में मोहाली के ground पर 187 रन बनाए थे। वहीं, रोहित ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही 177 रन की तबरतोड़ पारी खेली थी।
यशस्वी ने अपने पहले मैच में रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 229 रन और विराट के साथ तीसरे विकेट के लिए 110 रन पार्टनरशिपिंग की । अपने पहले टेस्ट में दो शतकीय साझेदारी करने वाले वह पहले batsman हैं। विदेशी जमीन में डेब्यू करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में यशस्वी ने सौरव गांगुली को पीछे छोड़ दिया। गांगुली ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में डेब्यू करते हुए 131 रन बनाए थे। जायसवाल डेब्यू मैच में सबसे ज्यादा गेंद खेलने वाले इंडियन batsman भी हैं।