भारत के खिलाफ जहर उगलना पाकिस्तान के ज़्यादातर क्रिकेटरों का पसंदीदा शौक बन गया है। ऐसा करने वालों में जावेद मियांदाद सबसे आगे रहते हैं। वो भारत को कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ते। भारत के खिलाफ जहर उगलना पाकिस्तान के ज़्यादातर क्रिकेटरों का पसंदीदा शौक बन गया है। इसीलिए रमीज राजा, शाहिद अफरीदी सहित कई पूर्व क्रिकेटर मौका मिलते ही भारत को भला बुरा कहते रहते हैं। ऐसा करने वालों में जावेद मियांदाद सबसे आगे रहते हैं। वो भारत को कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ते। अब उन्होंने भारत और पाकिस्तान क्रिकेट पर बात करते-करते एक बार फिर भारत और भारतीय पीएम मोदी के खिलाफ एक बार फिर जहर उगला है। उन्होंने पाकिस्तान को ओडीआई विश्व कप खेलने के लिए भारत न जाने की सलाह भी दी है।
जावेद मियांदाद ने करी अपनी औकात से ज्यादा की बात
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान जावेद मियांदाद ने कहा, ”पाकिस्तान 2012 में भारत खेलने गया था और फिर 2016 में भी गया। अब भारत की बारी है कि वो यहां आए। अगर मुझे फैसला लेना होता, तो मैं कोई भी मैच खेलने के लिए भारत नहीं जाता, भले ही वो मैच विश्व कप का मैच क्यों न हो। हम हमेशा भारत के खिलाफ खेलने को तैयार रहे, लेकिन उन्होंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी। पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मियांदाद ने आगे कहा, पाकिस्तान क्रिकेट बड़ा है। हम क्वालिटी खिलाड़ी दे रहे हैं। हमारे पास अच्छा पैसा है, अच्छे मैदान हैं, इसलिए हमें भारत की जरूरत नहीं है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि अगर हम WC 2023 के लिए भारत का दौरा नहीं करें, तो हमें कोई फर्क पड़ने वाला है। मैं तो कहता हूं कि अगर वो पाकिस्तान नहीं आते तो उन्हें भाड़ में जाने दो।”
खेल और राजनीति की बात करते करते पहुंच गए भारत के प्रधान मंत्री मोदी पर, ये कहा उनके बारे में दिग्गज बल्लेबाज रहे मियांदाद ने खेल को राजनीति के साथ मिक्स नहीं करने की बात करते हुए कहा, ”मैं हमेशा कहता हूं कि कोई भी अपना पड़ोसी नहीं चुन सकता है। बेहतर यही होगा कि हम एक-दूसरे के साथ समझौता करके चले। मैंने हमेशा कहा कि क्रिकेट ऐसा खेल है, जो लोगों को एक-दूसरे के करीब लाता है। वो देशों के बीच गलतफहमी को खत्म कर सकता है।”
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मियांदाद ने इसके बाद भारतीय पीएम मोदी पर भी अपनी भड़ास निकाली। मियांदाद ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा “मोदी की वजह से ही दोनों देशों के बीच खेल बंद है और मोदी के आने के बाद से दोनों देशों के रिश्ते नहीं सुधर पा रहे हैं। देखना एक दिन ऐसा आएगा, जब हिंदुस्तान की जनता ही उससे निबटेगी।”