हम सभी जानते है की भारत और वेस्टइंडीज के बिच सीरीज चल रही है, test सीरीज मे भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को हरा भी दिया है । अभी वनडे सीरीज 1-1 से बराबर चल रही है। दूसरे वनदे मैच में भारतीय टीम को बड़ी हार मिली थी, क्योंकि केंसिंग्टन ओवल में दूसरे वनडे में वेस्टइंडीज ने उन्हें आसानी से हरा दिया। इस मैच में भारत ने कुछ नये नये एक्सपेरिमेंट किये। लेकिन वे उसमे सफल नही रहे । अगले दो महीनों मे विश्व कप से पहले उन्हें बहुत कम वनडे मैच खेलने हैं और इंडियन फैंस इस बात को लेकर चिंतित हैं कि भारत अगले कुछ महीनों में एशिया कप और विश्व कप 2023 में कैसा खेलेगा। वेस्टइंडीज ने 6 विकेट से जीत हासिल की और भारत ने पहले batting करते हुए सिर्फ 181 रन बनाए। सीरीज अभी 1-1 से बराबर है। वेस्टइंडीज से मिली इस हार से भारतीय प्रशंसक खुश नहीं हैं। वही वेस्टइंडीज की टीम स्कॉटलैंड, जिम्बाब्वे और नीदरलैंड्स से हार गई और विश्व कप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई। वेस्टइंडीज ने भारत के खिलाफ बहुत अच्छा खेला, जो अभी भी अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश की तलाश में हैं।भारत के इतनी बुरी तरह हारने के कई कारण हैं, हम आपको बताते है की कया थी हार की वजह।
वर्ल्ड कप से पहले एक्सपेरिमेंट करना
वेस्टइंडीज से खेले गये पहले वनडे मैच में भारत को केंसिंग्टन ओवल में 115 रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन वेस्टइंडीज के स्पिनरों के सामने उसने 100 रन से भी कम के स्कोर पर 5 विकेट खो दिये। रोहित शर्मा कप्तान थे और उन्होंने 7वें नंबर पर बल्लेबाजी की और विराट कोहली ने batting हि नही की। दूसरे वनडे में ये दोनों नहीं खेले और अक्षर पटेल, जो एक स्पिनर और बल्लेबाज हैं, उन्होंने नंबर 4 पर और सूर्यकुमार यादव ने नंबर 6 पर batting किया। वर्ल्ड कप से पहले ये experiment करना किसी जोखिम से कम नही है। द्रविड़ ने कहा है कि उनके पास ऐसा करने के कारण हैं, लेकिन यह समय भारत के लिए कई चीजों को आजमाने के बजाय अपनी टीम और एकादश में अच्छा संतुलन तलाशने का है।
भारतीय टीम टेस्ट और टी20 पर दे रही ज्यादा ध्यान
अगर रोहित शर्मा और विराट कोहली वनडे सीरीज़ में नहीं खेलने वाले थे और भारत एशिया कप से पहले कुछ नया आज़माना चाहता था, तो वे टीम के साथ वनडे सीरीज़ खेलने क्यों गए? यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर किसी ने नहीं दिया।रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों को कुछ और वनडे खेलने की जरूरत है क्योंकि आजकल ज्यादा वनडे मैच नहीं हैं जब टीमें टेस्ट क्रिकेट और टी20 क्रिकेट पर ज्यादा फोकस कर रही हैं। एशिया कप एक कठिन टूर्नामेंट होगा और कोई भी इसे विश्व कप के practise के रूप में उपयोग नहीं कर सकता है।
भारत का मध्यक्रम वेस्टइंडीज के स्पिनरों के खिलाफ कमजोर दिखा
जब रोहित शर्मा और विराट कोहली नहीं खेल रहे है तो युवा player को अपना जादू दिखाने का बढ़िया मौका था, लेकिन वे वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के सामने अच्छा नहीं खेल सके और आसानी से अपने विकेट गंवा बैठे। केवल इशान किशन और शुबमन गिल ने अच्छा खेला, लेकिन संजू सैमसन, अक्षर पटेल, हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव वाला मध्य क्रम वेस्टइंडीज के स्पिनरों के खिलाफ घबराया हुआ नजर। ये भारतीय फैंस के लिए बुरा संकेत है, अगर शीर्ष बल्लेबाज बड़े रन नहीं बनाते हैं तो भारतीय बल्लेबाजी कमजोर दिखती है। इस सीरीज से रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की समस्या घटने की जगह और बढ़ गयी हैं।