आप जानते ही होंगे ऐसे कई खिलाड़ी मौजूद हैं। जिन्होंने अपने बचपन में बहुत कुछ सहा है।जहां पर उन्हें बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। आपको एक ऐसे ही खिलाड़ी के बारे में बताएंगे। जो अपने बचपन में कचरा उठाते थे।और आज एक अलग मुकाम पर अपनी जगह बना ली है। एक कहावत तो आपने सुना ही होगा जिसमें कहा गया हैं,कि अच्छे दिनों के रास्ते बुरे दिनों से होते हुए निकलते हैं।
और यह कहावत हमारी “यूनिवर्सल बॉस”कहीं जाने वाले क्रिस गेल के ऊपर एक दम सटीक बैठता है। इस खिलाड़ी ने अपने खेल की वजह से दुनिया भर के फैंस और खिलाड़ियों का दिल जीता है। जहां पर यह करोड़ों दिलों पर राज करते हैं। पर इनके पीछे की कहानी बहुत ही दुख से भरी हुई है।जहां पर उन्होंने अपने बचपन में बहुत ही बुरे दिन देखे हैं। इन्होंने पता नहीं क्या-क्या कर करके गुजारा किया हैं।
और आज यहां तक पहुंचे हैं।क्रिस गेल का जमैका में एक बहुत बड़ा घर है। जहां पर इनको बहुत सारी सुविधाएं दी जाती है।पर आपको जानकर हैरानी होगी कि वह खाना खाने के लिए चोरी करते थे। और कचरे में से खाना उठाते थे। इनकी मां भी रास्ते पर मूंगफली बेचती थी। आज पता नहीं इनके पास कितनी गाड़ियां मौजूद होंगी और कितने आलीशान घर में यह रहते हैं।उससे पहले आपको बता दें,कि इनका जन्म 21 सितंबर 1989 में हुआ था। इनके पिता का नाम दूडले गेल था। और उनकी माता रास्ते पर मूंगफली बेचा करती थी। वह केवल दसवीं कक्षा तक की पढ सके।
क्योंकि उसके आगे पढ़ाने के लिए उनके माता-पिता के पास पैसे नहीं थे। और वह एक झोपड़ी में रहते थे। हाई स्कूल के बाद इन्होंने कॉलेज का रास्ता भी नहीं देखा और यह कचरा उठाकर पैसा कमाते थे। क्रिस गेल ने करीब 1999 के आसपास फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था। जिसके बाद जल्दी उन्होंने टीम के अंदर अपनी जगह बना ली। जिसके बाद उन्होंने अपनी गरीबी की सीमा लाघंते हुए आज करोड़ों के मालिक बन गए हैं।