भारत के खिलाफ टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में लंच तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर दो विकेट पर 73 रन था। क्रीज पर टीम के दो सबसे प्रमुख बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन थे। लाबुशेन पिच पर सेट हो चुके थे। बड़ी पारी खेलने के लिए मशहूर लाबुशेन का लंच के बाद दूसरे ही ओवर में मोहम्मद शमी ने काम तमाम कर दिया। वो भी ऐसे की दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज को हवा भी नहीं लगी।
शमी का मास्टर प्लान हुआ सक्सेसफुल
मोहम्मद शमी ने लंच से पहले लाबुशेन के खिलाफ खींची हुई गेंदबाजी की थी। उनकी सभी गेंदें गुड लेंथ स्पॉट के आसपास थी। लेकिन लंच के बाद शमी अलग प्लान से उतरे। उन्होंने लाबुशेन को आगे की तरफ गेंद डाली। दुनिया का नंबर एक बल्लेबाज ने गेंद को ड्राइव करने के लिए बल्ला चला दिया लेकिन उनका पैर नहीं हिला, जिससे बैट और पैड के बीच लंबा गैप आ गया। गेंद ने वहीं से जाकर ऑफ स्टंप उड़ा दिया। लाबुशेन ने 26 रनों की पारी खेली।
अंपायर ने पहले बचा लिया था
मार्नस लाबुशेन पहले ही सेशन में आउट हो जाते। शार्दुल ठाकुर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू की उनके खिलाफ जोरदार अपील हुई थी। लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया। इसके बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने डीआरएस लेने का फैसला किया। गेंद लेग स्टंप पर टकरा रही थी लेकिन अंपायर्स कॉल होने की वजह से लाबुशेन बाल-बाल बच गए। लेकिन शमी का शिकार होने से उन्हें कोई नहीं बचा पाया।
पहले हुए थे वॉर्नर
ऑस्ट्रेलिया को लंच से ठीक पहले भी झटका लगा था। टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर 43 रनों की पारी खेलने के बाद आउट हुए थे। उनका विकेट शार्दुल ठाकुर ने लिया था। लेग स्टंप के बाहर की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में वह विकेटकीपर को कैच थमा बैठे थे।